उत्तरप्रदेश

भू-माफियाओं के खिलाफ 25 साल से धरना दे रहे हैं चौसाना के मास्टर विजय सिंह, दिल्ली एम्स को कर दी देह तक दान

मुजफ्फरनगर संवाददाता (प्रदीप चौहान)

चौसाना गांव में जन्में मास्टर विजय सिंह भू-माफियाओं के खिलाफ पिछले 24 साल से धरने पर बैठे हैं। उन्होंने 24 साल मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में भू-माफियाओं के खिलाफ धरना देकर सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराने की मांग की। फिलहाल, 25 वें साल का धरना शिवचौक के पास चल रहा है। मास्टर विजय सिंह ने अपने गांव चौसाना की 4 हजार बीघा सार्वजनिक भूमि व अन्य सम्पत्ति (अनुमानित कीमत 600 करोड़ रूपये ) के घोटाले का खुलासा किया है। शामली व मुजफ्फरनगर में छह लाख बीघा जमीन तालाब, वन, ग्रामसभा और  अन्य भूमि को कब्जामुक्त कराने के लिए आंदोलन चल रहा है। आरोप है कि भू माफियाओं ने ग्रामीण, शहरी क्षेत्र और नगर पालिका की सार्वजनिक भूमि पर भी अवैध कब्जा कर लिया है। सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए मास्टर विजय सिंह ने 26 फरवरी 1996 को जिलाधिकारी कार्यालय मुजफ्फरनगर से धरना शुरू किया था, जिसे 24 साल पूरे हो गए हैं। शासन व प्रशासन से चली अलग-अलग स्तर की जांच में मास्टर विजय सिंह के आरोप सही पाए गए और जिला प्रशासन ने करीब 300 बीघा जमीन भूमाफियों से कब्जामुक्त करा दी है। 3200 बीघा जमीन पर जांच रिपोर्टों में घोटाला साबित हो चुका है। करीब 136 मुकदमे भी राजस्व अभिलेखों में हेरा-फेरी के दर्ज हैं और 81 हजार रुपए की धनराशि अर्थदंड के रूप में राजकोष में जमा हो चुकी है।

केंद्र व प्रदेश सरकार से न्याय की उम्मीद

24 साल से भू-माफियाओं के खिलाफ आंदोलन कर रहे मास्टर विजय सिंह को प्रदेश व केंद्र सरकार से न्याय की उम्मीद है। मास्टर विजय सिंह ने 8 अक्टूबर 2019 को शामली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक सभा में ज्ञापन दिया था, जिस पर अधिकारियों को निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था। जिन पर जांच हो चुकी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन दिए थे, जिन पर जांच हो चुकी है। लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, 18 सितंबर 2019 को मास्टर विजय सिंह का धरना शिवचौक के पास स्थानांतरित कर दिया गया है।

24 साल में एकल व्यक्ति का दुनिया का सबसे लंबा धरना

भू-माफियाओं के खिलाफ मास्टर विजय सिंह का 24 सालों का धरना देश व दुनिया का एकल व्यक्ति का सबसे लम्बा धरना घोषित हो चुका है। जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकार्डस, इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस, एशिया बुक आफ रिकार्डस, मीरा सैल्स आफ द वर्ल्ड रिकार्डस, यूनिक रिकार्ड आफ दी वर्ल्डस ने सबसे लम्बा सत्याग्रह दर्ज किया है। 10 मई 1962 को ग्राम चौसाना में जन्में मास्टर विजय सिंह ने बीए-बीएड की शिक्षा ली है। समाजसेवा के लिए उन्होंने अपने शिक्षक पद से इस्तीफा दे दिया। अपने पिता स्वर्गीय भगत सिंह से समाजसेवा की ऐसी सीख ली कि आज अपना पूरा जीवन ही समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया।

दिल्ली व लखनऊ तक की पैदल यात्रा व रखा उपवास

भू-माफियाओं से सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए मास्टर विजय सिंह ने दिल्ली व लखनऊ तक पैदल यात्रा की। उन्होंने मुजफ्फरनगर से 2 अक्टूबर 2019 को शामली होते हुए दिल्ली राजघाट तक पैदल यात्रा कर उपवास रखा। इससे पूर्व 30 मार्च 2012 को मुजफ्फरनगर से लखनऊ मुख्यमंत्री निवास तक 19 दिन मे 600 किमी की पैदल यात्रा की। 28 अप्रैल 2012 को सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

एम्स में कर दी देह दान

मास्टर विजय सिंह में समाजसेवा की भावना कूट-कूट कर भरी है। एक तरफ तो भू-माफियाओं के खिलाफ 24 साल का आंदोलन पूरा हो गया है। वहीं, सिंह ने दिल्ली एम्स को साल 2013 में अपनी देह दान कर दी।

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