PKD NEWS CHANNEL:- इलम सिंह चौहान
उत्तराखंड राज्य और हिमाचल की सीमा पर लालढांग बेरियर व किलौड के बीच टौंस नदी में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है जिसके लिए खनन माफियाओं के द्वारा टौंस नदी में ट्रैक्टर आदि वाहन ले जाने के लिए हिमाचल के किलोड से वन विभाग की जमीन पर एक चोर रास्ता तैयार कर लिया है जिससे उत्तराखंड और हिमाचल के बीच बहने वाली टोंस नदी से रात को खनन उठाया जा रहा है पूरी तहकीकात करने के बाद मीडिया द्वारा रास्ते को लेकर किलोड निवासी वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया गया कि उक्त खनन माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन ही नहीं बल्कि उनकी निजी रास्ते की तार बार उखाड़ कर वहां से भी ट्रैक्टर आदि निकालने के लिए आम रास्ता बना दिया और मना करने पर गाली गलौज एवं मारने की धमकी एवं झूठे केसों में फंसाने की धमकी दी जा रही है
उन्होंने मीडिया को बताया कि उनके द्वारा पूर्व में भी मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज की गई थी और हिमाचल प्रदेश के माइनिंग विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस प्रशासन को भी इस बारे में सूचित किया था परंतु कहीं से भी इस पर कार्रवाई करने के लिए कोई अधिकारी तैयार नहीं है वही सूत्रों के हवाले से यह भी खबर मिली है कि उक्त नदी से किए जा रेता बजरी पत्थर निर्माणाधीन सड़को व सुधारीकरण निर्माण कार्यों में इस्तेमाल हो रहे हैं। बावजूद इसके हैरानी करने वाली बात है कि इन खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए उत्तराखंड व हिमाचल के जिम्मेदार खनन विभाग, वन विभाग, पुलिस प्रशासन इस क्षेत्र के आसपास ही है परंतु लगता है कि उनका भी इन खनन माफियाओं को बदहस्त प्राप्त है और जिस प्रकार से चोरी-छिपे वन विभाग की भूमि पर रास्ता बना कर टोंस नदी की भू संपदा का दोहन कर रहे हैं उससे आने वाले समय में उत्तराखंड और हिमाचल के लोगों को खनन की भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए समय रहते हैं संबंधित अधिकारियों को संयुक्त टीम द्वारा जांच कर इन क्षेत्रों में गश्ती टीमों द्वारा औचक छापेमारी करनी चाहिए ताकि अवैध खनन पर रोक लगे और इस तरह से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद ना हो।